हवा हवाई घोषणाओं वाला दिशाहीन बजट निराशाजनक – पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला

 

चंडीगढ़, 18 मार्च। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बजट को प्रदेश की जनता के लिए निराशाजनक बताया है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पूर्व गठबंधन सरकार की बड़ी परियोजनाओं के लिए बजट न देकर हरियाणा के विकास की दिशा भटकाई है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा सरकार के पास प्रदेश को प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए कोई बड़ा प्लान नहीं है और बिना सोचे समझे बजट में हवा हवाई घोषणाएं की गई है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बजट में युवाओं के रोजगार, किसान-कमेरे वर्ग और विकसित हरियाणा बनाने के लिए नाममात्र ही घोषणाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए सिर्फ 4 फीसदी रखकर सरकार ने दिखा दिया है कि किसान और ग्रामीण आंचल उनकी प्राथमिकताओं में नहीं है। उन्होंने कहा कि ये आश्चर्य की बात है कि सरकार के गठन के 5 महीने बाद भी यह नहीं तय हो पाया है कि 2100 रुपये की सहायता किन महिलाओं को दी जाएगी जबकि बजट में इस योजना को बिना तैयारी के ही शामिल कर लिया गया है।

पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सीएम के बजट भाषण में प्रदेश में स्थापित निजी उद्योगों में हरियाणा के युवाओं के लिए रोजगार की गारंटी का कोई जिक्र नहीं गया, जो कि हमारे युवाओं के साथ धोखा है। उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व गठबंधन सरकार में हमने इस पर ऐतिहासिक कानून बनाया था। उन्होंने कहा कि गांवों में डिजिटल लाइब्रेरी बनाने की बेहतरीन शुरुआत जेजेपी द्वारा की गई थी, लेकिन इस योजना को गति देने के लिए सरकार ने बजट में कोई विशेष प्रावधान नहीं किया है, केवल खानापूर्ति ही की गई है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में देश का पहला सिविल एविएशन कॉलेज बनाने और नए फ्लाइंग स्कूल के लिए बजट में ध्यान नहीं दिया गया, इस दिशा में हमने अच्छा काम किया था और अब यह बजट इन सभी कामों की रफ्तार को कम करेगा।

पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमने सवा चार साल के कार्यकाल के दौरान नई पहल करते हुए 20 हजार किलोमीटर सड़कों का सुधार किया था और 2024-25 के बजट में भी एक साल में 9 हजार किलोमीटर लंबी अतिरिक्त सड़कों को दुरुस्त करने का प्रावधान किया था, लेकिन नायब सैनी ने सड़कों की हालत सुधारने के लिए गंभीरता नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार सड़क नेटवर्क को मजबूत बनाने में खास रुचि नहीं रखती है। दुष्यंत चौटाला ने कहा अनेक सरकारी स्कूलों में कहीं विद्यार्थी नहीं हैं तो कहीं पढ़ाने के लिए अध्यापक नहीं हैं। यहां तक कि हमारे राज्यपाल भी ड्रॉपआउट दर पर चिंता जाहिर कर चुके है, इस पर मुख्यमंत्री ने गंभीरता नहीं दिखाई है।

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बजट में हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने की बात सीएम नायब सैनी के मुंह से शोभा नहीं देती है, क्योंकि हमने जींद मेडिकल कॉलेज का निर्माण तेजी से करवाया था और सिरसा में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी गई थी। लेकिन, भाजपा सरकार की अनदेखी के कारण जींद मेडिकल कॉलेज का निर्माण ठंडे बस्ते में है, जबकि हम ओपीडी शुरू करने तक की प्रक्रिया तक पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि आज अस्पतालों में इलाज के लिए डॉक्टरों की कमी बड़ी समस्या है, लेकिन बजट में कोई प्रावधान नहीं। उन्होंने कहा कि दादरी जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए जमीन भी निर्धारित हो चुकी है लेकिन मौजूदा सरकार और इस साल के बजट ने इस पर चुप्पी साध रखी है जो कि बहुत अफसोसजनक है।

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