हरियाली तीज पर्व पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिलाओं को दी कल्याणकारी योजनाओं रूपी ‘कोथली’

 

मुख्यमंत्री ने लाडो सखी योजना और डिजिटल लर्निंग इकोसिस्टम का किया शुभारंभ

 

‘लाडो सखी’ को मिलेगी 1 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि, हर विकास खंड में एक राशन डिपो स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दिया जाएगा

 

छोटी उम्र में ही उद्यमशीलता में रुचि को बढ़ाने के लिए छात्राओं को 10 हजार ‘डु-इट-योअर सेल्फ’ किट वितरित की जाएंगी

 

महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स की सहायता के लिए शुरू की जाएगी योजना, 50 हजार से 1 लाख रुपये तक की दी जाएगी मदद

 

चंडीगढ़, 28 जुलाई – हरियाणा में तीज का पावन पर्व इस बार महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद की सौगात लेकर आया। तीज के पर्व पर भाई द्वारा अपनी बहन को कोथली देने की परंपरा निभाते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने महिलाओं को कल्याणकारी योजनाओं रूपी कोथली भेंट की।

सोमवार को जिला अंबाला में तीज उत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को और अधिक गति देने के लिए ‘लाडो सखी’ योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की देखभाल के लिए ‘लाडो सखी’ को लगाया जाएगा। यह ‘लाडो सखी’ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर व ए.एन.एम. बहनें गर्भवती महिलाओं की प्रसव के दौरान देखभाल करेगी। इस योजना के तहत बेटी पैदा होने पर हर ‘लाडो सखी’ को 1 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

 

मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ियों में ‘बढ़ते कदम: डिजिटल बाल कार्यक्रम’ शुरू करने की घोषणा की। यह कार्यक्रम आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की नन्हे बच्चों की देखभाल और शिक्षा में मदद करेगा।

 

सरकार की नई पहलों से हरियाणा में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स 50 प्रतिशत हो गए हैं। इस गति में और तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री ने आज कुछ और नई पहलों की घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि हरियाणा स्टार्टअप्स नीति में 50 प्रतिशत लाभार्थी महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स होंगे। छोटी उम्र में ही उद्यमशीलता में रुचि को बढाने के लिए छात्राओं को 10 हजार ‘डु-इट-योअर सेल्फ’ किट वितरित की जाएंगी। हाथ से बनाई जाने वाली चीजों, जैसे कि पारंपरिक कपड़ा, पर्यावरण के अनुकूल ग्रामीण शिल्प, आयुर्वेद आधारित हैल्थ एंड वैलनेस, देसी खाद्य उत्पादों आदि में बनाने में लगे महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स की सहायता के लिए एक योजना शुरू की जाएगी। इसमें 50 हजार से 1 लाख रुपये तक की मदद दी जाएगी।

 

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार, नीति आयोग के सहयोग से, महिला उद्यमिता मंच का ‘हरियाणा स्टेट चैप्टर’ शुरू करेगी ताकि राज्य की महिला उद्यमियों को 700 से अधिक सलाहकारों के नेटवर्क से व्यक्तिगत मार्गदर्शन मिले, क्षेत्र-विशेष का प्रशिक्षण मिले और वित्त पोषण, बाजार तक पहुंच व इनक्यूबेशन के लिए सहायता मिल सके।

 

मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि नई औद्योगिक और क्षेत्रीय नीतियों के तहत हरियाणा सरकार राज्य में महिलाओं के रोजगार को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा की महिलाओं को रोजगार देने वाली इकाइयों को अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान करेगी। इसके अलावा, राज्य की महिला उद्यमियों की व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए सार्वजनिक खरीद मानदंडों में छूट प्रदान करेगी।

 

मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि हर विकास खंड में एक राशन डिपो स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दिया जाएगा। इससे उन्हें रोजगार मिलेगा, गांवों की व्यवस्था में भी भागीदारी बढ़ेगी।

 

प्रदेशभर में 131 महिला सांस्कृतिक केन्द्रों का किया उद्घाटन

 

कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेशभर में 131 महिला सांस्कृतिक केन्द्रों का उद्घाटन किया। इन केंद्रों में महिलाएं भजन, गीत, नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम कर सकेंगी।

 

मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों को जुलाई, 2025 तक की 14 करोड़ 26 लाख रुपये की रिवॉल्विंग फंड और सामुदायिक निवेश की राशि के चेक भी प्रदान किए। इनके अलावा, छ: जिलों के ‘रूरल मार्ट्स’ की चाबियां भी संबंधित स्वयं सहायता समूहों को सौंपी गई। इसके अलावा, हस्तशिल्प में श्रेष्ठ काम करने वाली महिलाओं को भी सम्मानित किया गया। इसमें राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार के लिए 3 लाख रुपये, उत्कृष्ट महिला शिल्पकार पुरस्कार के लिए भी 3 लाख रुपये की राशि दी गई है। इसके अलावा, 51-51 हजार रुपये के 12 सांत्वना पुरस्कार दिये गये हैं।

 

मुख्यमंत्री ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले ‘श्रेष्ठ स्वयं सहायता समूह’ पुरस्कार भी प्रदान किये। हर जिले में प्रथम स्थान पर रहने वाले स्वयं सहायता समूह को 1 लाख रुपये, दूसरे स्थान पर रहने वाले को 50 हजार तथा तीसरे स्थान के लिए 25 हजार रुपये प्रदान किये गये हैं।

 

तीज का पर्व हमारी समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और अटूट सामाजिक ताने-बाने का प्रतीक

 

मुख्यमंत्री ने महिलाओं, बेटियों और बहनों को पावन पर्व तीज की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि तीज का पर्व केवल एक त्योहार नहीं, यह हमारी समृद्ध संस्कृति, हमारी परंपराओं और हमारे अटूट सामाजिक ताने-बाने का प्रतीक है। यह पर्व प्रकृति के साथ हमारे गहरे जुड़ाव, नारी शक्ति के सम्मान और परिवार में प्रेम, सौहार्द और खुशहाली का संदेश देता है। यह पर्व हमें याद दिलाता है कि जीवन में खुशहाली बनाए रखने के लिए, हमें अपने रिश्तों को सींचना होगा, अपनी संस्कृति को संजोना होगा और प्रकृति का सम्मान करना होगा।

 

उन्होंने कहा कि हमारा यह प्रयास रहा है कि हम अपनी गौरवशाली परंपराओं और त्योहारों को न केवल जीवित रखें, बल्कि उन्हें और भी भव्यता और उत्साह के साथ मनाएं। प्रदेशभर में लगातार तीज महोत्सवों का आयोजन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य यह है कि हमारी नई पीढ़ी भी अपनी संस्कृति और विरासत से जुड़ सके और इन त्योहारों के महत्व को समझ सके।

 

महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलम्बन और सशक्तिकरण के लिए निरंतर कर रहे है काम

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि तीज महोत्सव नारी शक्ति के सम्मान और उनके योगदान को रेखांकित करता है। इसी के अनुरूप हम महिलाओं को स्वावलंबी बनाकर सशक्तिकरण को प्राथमिकता दे रहे हैं। सरकार महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलम्बन और सशक्तिकरण के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सहयोग से ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान से प्रदेश में लिंगानुपात वर्ष 2014 के 871 से सुधरकर 906 हो गया है ‘आपकी बेटी हमारी बेटी योजना’ के तहत। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति के सभी परिवारों तथा अन्य वर्गों के बी.पी.एल. परिवारों को पहली, दूसरी व तीसरी बेटी के जन्म पर 21 हजार रुपये दिये जाते हैं। इसी प्रकार, अन्य सभी परिवारों को दूसरी व तीसरी बेटी के जन्म पर 21 हजार रुपये की राशि दी जाती है। अब तक 5 लाख 36 हजार बेटियों को इस योजना का लाभ मिल चुका है।

 

उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए राज्य में 66 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं। इन्हें 5 लाख रुपये तक ऋण लेने पर स्टाम्प शुल्क से छूट दी गई है। प्रदेश में 33 प्रतिशत राशन डिपो महिलाओं को दिये जा रहे हैं। अब तक 252 राशन डिपो महिलाओं को दिये जा चुके हैं। गरीब परिवारों की बहनों को ‘हर घर-हर गृहिणी योजना’ में हर महीने 18 लाख परिवारों को केवल 500 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जा रहा है।

 

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5 लाख महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा है। अब तक 2 लाख 10 हजार महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है। हरियाणा सरकार ने महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया है। महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना, ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार’ योजना, ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ चलाई जा रही हैं।

 

उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘महिला हेल्पलाइन नंबर-1091’ स्थापित किया गया है। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों से निपटने के लिए प्रदेश में 33 महिला पुलिस थाने स्थापित किये गये हैं। इसी प्रकार, बेटियों की शिक्षा के लिए कई कदम उठाये हैं। पिछले साढ़े 10 वर्षों में प्रदेश में कुल 80 नये राजकीय कॉलेज खोले गए, जिनमें से 30 लड़कियों के हैं।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि तीज का पर्व हरियाली का उत्सव है और हरियाली तभी आएगी जब हम अधिक से अधिक पेड़ लगाएंगे। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लें और कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाएं।

 

परिवहन व ऊर्जा विभाग की योजनाओं को समय पर पूरा करवाना करूंगा सुनिश्चित – अनिल विज

 

परिवहन एवं ऊर्जा मंत्री श्री अनिल विज ने राज्य सरकार की विकास प्रतिबद्धताओं और मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने आज अंबाला के लिए विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।

 

अपने उद्बोधन में श्री विज ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल जी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके साथ 1996 से 2000 तक काम करने का अवसर उन्हें मिला। उन्होंने बताया कि बंसीलाल जी के सहयोग से अंबाला छावनी में नहरी पानी आधारित पेयजल योजना लागू की गई, जिससे वर्षों से जल संकट झेल रहे नागरिकों को राहत मिली। उन्होंने याद करते हुए कहा कि साहा इंडस्ट्रियल ग्रोथ सेंटर की स्थापना भी बंसीलाल जी के समर्थन से संभव हुई। उन्होंने कहा कि उन्होंने बतौर स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए अंबाला शहर के लिए कई अहम कदम उठाए।

 

सावन की महत्ता पर बोलते हुए श्री विज ने कहा कि यह महीना प्रकृति के यौवन का प्रतीक है। जब पेड़-पौधे हरे होते हैं, तो मानवीय मन भी आनंद से भर उठता है। इसी उल्लास और उत्सव की भावना से तीज जैसे पर्व मनाए जाते हैं, जो सामाजिक और सांस्कृतिक एकता के प्रतीक हैं।

 

श्री विज ने मुख्यमंत्री से कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए जाएं कि सभी परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाए। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे स्वयं परिवहन व ऊर्जा विभाग की योजनाओं को समय पर पूरा करवाना सुनिश्चित करेंगे।

 

हरियाली तीज का दिन नारी सम्मान और सुरक्षा का संकल्प लेने का अवसर – श्रुति चौधरी

 

समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी ने कहा कि तीज का उत्सव महिला सशक्तिकरण के लिए संकल्प लेने का अवसर है। आज हम यह प्रण लेते हैं कि हर बेटी को सम्मान, हर माँ को सुरक्षा और हर बच्चे को अवसर देना हमारी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने गर्व के साथ बताया कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की धरती से की थी। जब 2015 में यह योजना शुरू हुई, उस समय हरियाणा में लिंगानुपात की स्थिति चिंताजनक थी। लेकिन निरंतर प्रयासों और योजनाओं के प्रभाव से अब इस असंतुलन में काफी सुधार आया है।

 

श्रीमती चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना, प्रोटीन बार योजना, आंगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट क्लासरूम में बदलने की योजना, पोषण कार्यक्रम इत्यादि के माध्यम से महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए काम किया जा रहा है।

 

उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि शिक्षा बने हर बचपन की पहचान, सम्मान बने हर माँ-बेटी का अभिमान ताकि तकनीक व नवाचार के साथ हरियाणा नारी शक्ति का प्रतीक बने।

 

समारोह के दौरान पूर्व मंत्री श्री असीम गोयल ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा के हर नागरिक को अपना परिवार मानकर कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि तीज का पर्व हरियाली, समृद्धि और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है।

 

कार्यक्रम के दौरान सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक श्री के मकरंद पांडुरंग ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने महिलाओं को कोथली भेंट की।

 

इस अवसर पर राज्य मंत्री श्री राजेश नागर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल कौशिक सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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