प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वतन्त्र भारत के प्रथम आम चुनाव में निर्दलीय विधायक स्व0 जयेंद्र सिंह बिष्ट के पौराणिक गाँव बरसाली आनें की उम्मीद

 

*हैलीपैड से महज तीन किलोमीटर दूर ऐतिहासिक गाँव बरसाली*

उत्तरकाशी। गंगोत्री। हर्सिल् के अपनें 7साल बाद के दूसरे दौरे पर पीएम मोदी फिर जहाँ शीतकालीन यात्रा और होम स्टे योजना को बढ़ावा देंनें के उदेश्य से मुखवा हर्सिल् दौरे पर 6मार्च को मौसम के मिजाज को भांपकर ही आयेंगे। वहीं प्रधानमंत्री होम स्टे योजना से गाँवों को बसानें और गाँव की आर्थिकी मजबूत करनें आयेंगे पर जोर देंनें आयेंगे, बेशक मौसम विभाग के अभी के अनुमानानुसार 6मार्च को गंगोत्री में मौसम साफ तो रहेगा, लेकिन नियति को क्या मंजूर होगा यह बता पाना आसान भी नहीं है, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के अनुसार 6मार्च को प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर स्पष्ट संकेत भी दिए गए हैं।

जहाँ जनपदवासियों के साथ मुखवा, हर्सिल्, जादुंग गाँव के लोग पीएम मोदी के आनें को लेकर खासे उत्साहित हैं, वहीं मुखवा, हर्सिल् गाँव की कायाकल्प वर्तमान तस्वीरों को देखकर जनपद का हर एक ग्रामवासी पीएम मोदी को अपनें गाँव आनें की उम्मीद और गाँव के विकास को लेकर मन ही मन मोदी तक निमंत्रण देंनें की सोच रहा है। सरकार की हर जन-कल्याणकारी योजनाओं को जो प्रशासन, प्रधान, गाँव को देश की आजादी के बाद से धरातल पर न उतार सकी, आदर्श गाँव नहीं बना सकी, वहीं प्रधानमंत्री मोदी के एक दिवसीय दौरे पर मुखवा हर्सिल् दो गाँव की दो महीनें के अंदर तस्वीर ही बदल गयी।

बेशक प्रधानमंत्री मोदी नें कहा न खाऊंगा और न ही खानें दूंगा, सच्चाई भी है, कि भ्रष्टाचार देश में कुछ हद तक कम भी हुआ है, पीएम मोदी के मुखवा हर्सिल् दौरे को लेकर जहाँ समाज चिंतकों में चाय पर चर्चा जोर पकड़ रही है, वहीं समाज चिंतकों में कमीशन खोरी को खत्म करनें को लेकर वर्तमान भावी प्रधानमंत्रियों को गाँवों के दौरे बढ़ा देंनें पर भी भविष्य में जोर दिया जानें लगा है। देश की आजादी के बाद से माँ गंगा जी का मायका होंनें के बाद भी सरकारी योजनाओं के अरबों के बजट के बाद भी मुखवा हर्सिल् की दशा और दिशा नहीं बदली जा सकी, वहीं पीएम मोदी के आनें से गाँव का आईना ही बदल गया, पहाड़ों से खाली होते, उजड़ते गाँव बसानें में इस तरह के दौरे मील का पत्थर साबित हो सकेंगे।

अंतर्राष्ट्रीय भगवा सनातन रक्षक सेना के संयोजक यशपाल विद्रोही कहते हैं कि दिल्ली से गाँवों तक पीएम मोदी की दूरदर्शी नीति नजर भारत के नव निर्माण की पहली झलक है। गाँव देश की जड़ हैं, और जड़ों को मजबूत करनें का पीएम मोदी का संकल्प, सपना देश की उन्नति, प्रगति, खुसहाली, हरियाली व सुख-समृद्धि का पहला मंत्र है। विद्रोही नें उम्मीद जताई है कि पूर्वजों द्वारा बसाई गई बरसाली जो पूर्वजों के पौराणिक शैली से बनाए मिट्टी, पत्थर, लकड़ी के पंचपुरे (पांच मंजिला) घरों के पहाड़ जैसे मजबूत इरादों को दर्शाता है, जिस मजबूत नींव को सन् 1991 का लगभग 7.5 रिक्टर पैमानें और मर्कली स्केल का भूकंप भी नहीं गिरा सका, पीएम मोदी निश्चित रूप से स्वतन्त्र भारत के प्रथम आम चुनाव के पहले निर्दलीय विधायक स्व0 जयेंद्र सिंह बिष्ट के गाँव बरसाली में आनें का मन जरूर बनाएंगे।

जहाँ पीएम मोदी देश के गाँवों को होम स्टे योजना से जोड़नें की बात कर बेरोजगारों को रोजगार से जुड़नें और पहाडों से पलायन को रोकनें जैसा दूरदर्शी संदेश दे रहे हैं। वहीं देश के 140 करोड़ देशवासियों को पीएम मोदी के इस संदेश से ही नहीं दूरदर्शी संकल्प से जुड़ना चाहिए। पीएम मोदी का हर एक संकल्प देश ही नहीं बल्कि समृद्ध परिवार, समृध गाँव, समृद्ध समाज का निर्माण कर अखंड भारत के विकास, विश्वास के लिए परिवर्तन का संकेत है।

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