जिला में बाल एवं बंधुआ मजदूरी रोकने के लिए कारगर कदम उठांए- मोनिका गुप्ता

रिपोर्ट: रोमी कंबोज

पंचकूला, 21 जनवरी – उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि श्रम विभाग के अधिकारी जिलास्तरीय गठित कमेटी के साथ बंधुआ और बाल मजदूरी रोकने को लेकर सख्त कार्रवाई करें ताकि जिला में कोई भी बाल एवं बंधुआ मजदूर न रहे।
उपायुक्त लघु सचिवालय स्थित कान्फ्रेंस हॉल में आयोजित बाल एवं बंधुवा मजदूरी को रोकने के लिए गठित जिला स्तरीय कमेटी की अध्यक्षता कर रहे थी।

उपायुक्त ने कहा कि यदि किसी भी जगह पर कोई बाल एवं बंधुआ मजदूर पाए जाते हैं तो उनके मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए। बाल एवं बंधुआ मजदूरी को रोकने के लिए नियमित रूप से चैकिंग अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि 14 वर्ष से कम आयु के बाल एवं बंधुआ मजदूरी के कार्य में संलिप्त पाए जाते हैं तो उनकी जिला प्रशासन के डायल 112 पर शिकायत दर्ज करवाई जाती है।

उपायुक्त ने कहा कि विशेषकर ढाबे, उद्योग, आदि में बाल एवं बंधुआ मजदूर पाए जाते है। इसके लिए आकस्मिक चैकिंग अभियान चलाया जाए और जो कम आयु के मजदूर पाए जाते हैं तो उन्हें स्कूल में दाखिल करवाया जाए। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाल एवं बंधुआ मजदूरी को लेकर हर माह बैठक आयोजित की जाए और बैठक में उस माह के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा की जाएगी।

उपायुक्त कहा कि पिछली बार की गई चैकिंग में 6 बच्चे रेस्क्यू किए गए। उनके लिए की गई कार्रवाई बारे एएलसी श्रम विभाग अगली बैठक में रिर्पोट पेश करें। इसके अलावा जिला शिक्षा अधिकारी उन बच्चों का स्कूल में दाखिला सुनिश्चित करें।

बैठक में जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि जिला में चार बाल संरक्षण संस्थान कार्यरत है। उनमें 6 से 14 वर्ष तक की आयु के 48 बच्चों को सरंक्षण दिया जा रहा है। उपायुक्त ने इन बाल संरक्षण संस्थानों की भी चैकिंग करने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, एसडीएम कालका राजेश पूनिया, एएससी, एसीपी सहित कई विभागो के अधिकारी मौजूद रहे।

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