नगर परिषद थानेसर की बैठक में स्थानीय विधायक एवं पार्षद पति में हाथापाई होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण – ओ पी सिहाग

महिला पार्षदों की जगह नगर परिषद की बैठक में उनके पतियों का भाग लेना पूरी तरह अनुचित ।

पंचकूला, 24 मई: जननायक जनता पार्टी जिला पंचकूला के जिला अध्यक्ष एवं पूर्व में शहरी स्थानीय निकाय विभाग में कार्यकारी अधिकारी रहे ओ पी सिहाग ने 23 मई को कुरुक्षेत्र में थानेसर नगर परिषद की बैठक में जिस ढंग से महिला पार्षदों के पतियों ने धक्के से मीटिंग में बैठकर हंगामा किया वो बहुत ही शर्मनाक कृत्य था। बैठक में पदेन सदस्य के रूप में उपस्थित स्थानीय विधायक अशोक अरोड़ा के द्वारा नियमों का हवाला देने के बावजूद कि नगर निगम या पालिकाओं की बैठक में पार्षद या सदस्य के अतिरिक्त कोई दूसरा भाग नहीं ले सकता, बीजेपी से संबंधित महिला पार्षदों के पति बैठक को छोड़कर जाने की बजाए विधायक से हाथापाई करने पर उतारू हो गए तथा बैठक में जमकर हंगामा किया। जजपा नेता ओ पी सिहाग जो नगर निगम पंचकूला में कार्यकारी अधिकारी रहे हैं उन्होंने बीजेपी से संबंधित पार्षद पतियों की इस तरह की हरकत करना ,नगर परिषद की बैठक में धक्के से बैठना नियमों का उल्लंघन है तथा अस्वीकारिये है।
ओपी सिहाग ने बताया कि हरियाणा नगर निगम अधिनियम 1994 एवं हरियाणा नगर पालिका अधिनियम 1973 में दिए गए प्रावधानों के अंतर्गत नगर निगम या नगर परिषद की बैठक में केवल पार्षद या सदस्य ही भाग ले सकते हैं, उनकी जगह कोई दूसरा व्यक्ति भाग नहीं ले सकता। सिहाग ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा इस संबंध में हिदायतें भी जारी कर रखी हैं तथा हरियाणा नगर पालिका बिजनैस बाइ लॉज 1981 की धारा के उप नियम-7 में यह प्रावधान है कि पार्षद या सदस्य ही बैठक में भाग ले सकता है।
जजपा जिला अध्यक्ष ओ पी सिहाग ने बताया कि आमतौर पर इन स्थानीय निकायों में अगर कोई महिला चेयरपर्सन या पार्षद या सरपंच हैं तो उनके पति या परिवार के अन्य सदस्य उसके सारे कार्य करते हैं एवं अपने आप को चेयरमैन या सरपंच कहलवाना पसंद करते हैं । ओ पी सिहाग ने कहा कि सरकार ने इन स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उनके लिए पंचायती राज संस्थाओं में पचास प्रतिशत भागीदारी तथा शहरी स्थानीय निकायों में तीस प्रतिशत का आरक्षण कर रखा है । सिहाग ने कहा कि इस पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को अब भी पुरुषों के मुकाबले कमतर आंका जाता है तथा ज्यादातर पुरुष अब भी कानूनी तरीके से चुनी हुई महिला प्रतिनिधियों पर अपना वर्चस्व स्थापित रखना चाहते हैं । जजपा नेता ओ पी सिहाग ने हरियाणा सरकार के शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव से आग्रह किया है कि सभी नगर निगमो एवं पालिकाओं के आयुक्तों तथा कार्यकारी अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए जाएं कि केवल चुनी हुई महिला पार्षद ही बैठक में भाग ले सकेगी उसकी जगह उसका पति या परिवार का कोई अन्य सदस्य भाग नहीं ले सकता ।

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